दिसम्बर 2023 के महीने की सलाह

ओलावृष्टि एवं बेमौसम बारिश के दौरान प्याज की फसल के लिए उचित उपाय

कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से प्याज की फसल को नुकसान हुआ है। ऐसे में किसानों को निम्नलिखित उपाय लागू करने चाहिए।

प्याज की फसल यदि रोपाई के 45 से 60 दिन बाद की है और पौधे थोड़े क्षतिग्रस्त हैं, ऐसे में ट्राइसाइक्लाजोल 1 ग्राम या हेक्साकोनाजोल 1 ग्राम या प्रोपिकोनाजोल 1 ग्राम प्रति लीटर का छिड़काव करें। इसके अलावा पानी में घुलनशील उर्वरक 19:19:19 (नत्रजन : फास्फोरस : पोटाश) पानी में देना चाहिए।

यदि पौधे पूरी तरह से गिर गए हैं, तो नत्रजन : फास्फोरस : पोटाश : गंधक  (घुलनशील उर्वरक) 25:20:20:10 किग्रा प्रति हेक्टेयर मिट्टी में डालें। इससे फसल तेजी से बढ़ती है।

रोपाई के 60 से 90 दिनों के बाद रोग के प्रकोप को रोकने के लिए ट्राइसाइक्लाजोल 1 ग्राम या हेक्साकोनाजोल 1 ग्राम या प्रोपिकोनाजोल 1 ग्राम प्रति लीटर का छिड़काव करें। नई पत्तियों पर पानी में घुलनशील उर्वरक 19:19:19 (नत्रजन : फास्फोरस : पोटाश) का 10 ग्राम प्रति लीटर की दर से छिड़काव करें।

यदि प्याज की फसल ग्रीवा गिरने की अवस्था में बारिश से क्षतिग्रस्त हो जाए तो खेत से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करनी चाहिए। खेत सूख जाने पर प्याज की कटाई कर लेनी चाहिए। प्याज को 3-4 दिन तक खेत में पति के साथ धूप में सूखने दें।

खरीफ प्याज की फसल जो तूफानी बारिश या ओलावृष्टि की शिकार हो गई है और कटाई के चरण में है,  तब तुरंत कटाई की जानी चाहिए और प्याज को सुखाकर तुरंत बेच देना चाहिए।

रबी फसल की पौधशाला में एहतियात के तौर पर ट्राइसाइक्लाजोल 1 ग्राम या हेक्साकोनाजोल 1 ग्राम या प्रोपीकोनाजोल 1 ग्राम प्रति लीटर का छिड़काव करना चाहिए।

प्याज के बीज की फसल के लिए: प्याज के बीज की फसल को मामूली क्षति होने पर ट्राइसाइक्लाजोल 1 ग्राम या हेक्साकोनाजोल 1 ग्राम या प्रोपिकोनाजोल 1 ग्राम प्रति लीटर का छिड़काव करें। पानी में घुलनशील उर्वरक 19:19:19 (नत्रजन : फास्फोरस : पोटाश) पानी में मिलाकर देना चाहिए। बोरिक एसिड 1.5 ग्राम प्रति लीटर की दर से छिड़काव करने से बीज उत्पादन में सहायता मिलती है।

रोपे गए कंदों के सड़ने की स्थिति में स्ट्रेप्टोमाइसिन पाउडर 0.2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करना चाहिए।

 

उपरोक्त उपायों के साथ-साथ...

पत्तियों पर फफूँदनाशकों या कीटनाशकों का छिड़काव करते समय फसल की वृद्धि के अवस्था के अनुसार 0.5 मि.ली. से 1 मि.ली. प्रति लीटर इस मात्रा में स्टिकर का प्रयोग करना चाहिए।

दो दिनों से अधिक समय तक लगातार बादल छाए रहने की स्थिति में फसल अच्छी होने पर भी उचित फफूंदनाशकों का निवारक छिड़काव करना चाहिए।

कीट का प्रकोप पाए जाने पर कार्बोसल्फान (25 ई.सी.) 2 मि.ली. प्रति लीटर अथवा फिफ्रोनिल 2 मि.ली. प्रति लीटर या प्रोफेनोफोस 2 मिली प्रति लीटर का स्टिकर के साथ छिड़काव करें।

खेत में जमा पानी को तुरंत निकाल देना चाहिए।